Prevention & Management of Arthritis
( संधिशोथ की रोकथाम और प्रबंधन) शुरूआती दौर में गठिया पर सही आहार और उचित उपचार द्वारा आराम पाया जा सकता है
संतुलित आहार जिसमे विटामिन सी, जस्ता और कैल्शियम जैसे तत्व पाए जाते हो का अधिक
मात्रा में सेवन करन चाहिए। अपने
भोजन में प्रतिदिन 1000 मि.ग्रा. कैल्शियम ले ना आवश्यक होताहै।जोड़ों के दर्द की एक
वजह कैल्शियम और पोतत्वों की कमी भी होती है।
BakingSoda -बेकिंग सोडा का प्रयोग: बेकिंग
सोडा को सोडियम बाइकार्बोनेट के नाम से भी जाना जाता है सोडा के प्रयोग से ऑटोइम्यून
फंक्शन धीरे हो जाते हैं। रूमेटॉइड और लूपस (SLE) अर्थराइटिस ऑटो इम्यून बीमारियां
है। इसलिए अगर आप सोडा का सेवन करते हैं, तो आपका इम्यून सिस्टम आपके ही शरीर की टिशूज
पर हमला नहीं करता है। सोडा के प्रयोग से रूमेटॉइड और लूपस अर्थराइटि से नियंत्रण हो जाती है।
Exercise - व्यायाम:
1- Walking – टहलना:
2- Swimming – तैरना:
3- Cycling - साईकिल चलाना:
4- Dancing - नृत्य करना:
5- Stretching exercises -खिंचाव वाले व्यायाम:
6- Strength training - शक्ति परीक्षण:
Yoga – योगा:
Heat application - गर्म सेकाई:
जोड़ों के दर्द से बचने का एक सामान्य तरीका सिकाई है। तौलिये को गर्म करके
या एक थैली में गर्म पानी को भर के 20 मिनिट तक की गयी जोड़ों की सिकाई जोड़ों के दर्द
में शर्तिया आराम पहुंचाती है। सिकाई करने के लिए इलेक्ट्रिक हीटिंग पैड का
इस्तेमाल भी किया जा सकता है।
दर्द वाली जगह पर गहराई से की गयी तेल की मालिश भी दर्द से छुटकारा
पाने में एक असरदार तरीका है। जोड़ों के दर्द का तेल, किसी अच्छे तेल से लगातार 20
मिनिट तक की गयी मालिश ऊतकों में रक्तसंचार को बढ़ा देता है और दर्द और सूजन को दूर
करता है।
Treatment
with
Rock Salt - सेंधा नमक से उपचार: जोड़ों का
दर्द का इलाज, गरम पानी में सेंधा नमक मिलाकर जोड़ों को उसमे डुबो कर रखें या उस
पानी को दर्द वाली जगह पर लगातार बहाते रहें । सेंधे नमक में मैग्नम सल्फेट होता
है जो एंटी आर्थराइटिस और एंटी इन्फ्लेमेट्री के रूप में जाना जाता है।










Likewise, if the individual is in a quick weight loss tips , weight loss tips are fitting not to remain on the scale each day to check on the off chance that they have put on weight or shed pounds, as this produces tension and can meddle with the procedure. The perfect is to weigh just once per week, consistently simultaneously and consider whether you are in the menstrual period, on account of ladies, since this week it isn't unexpected to be somewhat more swollen, which ponders the scale.
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